रूद्रपुर: राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष विजय बड़थ्वाल की अध्यक्षता में विकास भवन सभागार में महिला जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में अध्यक्ष ने कहा कि सभी अधिकारी, एनजीओ के प्रतिनिधि, जनप्रतिनिधि, आशा एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्तियां, महिला सशक्तिकरण के विषय में जानकार है।
उन्होेने कहा कि हमारे ग्रामीण समाज मे जो महिलाऐं है, उनको अभी जागरूक करने की आवश्यकता है। उन्होने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर महिलाओं को उनके अधिकार व सशक्तिकरण के बारे मे जागरूक करें।
जिससे अपने ऊपर होने वाले अत्याचारों के खिलाफ अपनी आवाज उठा सके। उन्होंने कहा कि यदि कोई पीड़ित महिला पुलिस के पास आती है तो पुलिस के अधिकारी उस पर तत्काल उचित कार्यवाही कर पीड़िता की सहायता करें।
उन्होने कहा कि महिला सशक्तिकरण एवं महिलाओं की सुरक्षा हेतु जो कानून बनाये गये है, उनका सही ढंग से क्रियान्वयन करने की आवश्यकता है। उन्होने कहा कि महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत होने की आवश्यकता है ताकि विषम परिस्थितियों में महिलाऐं आत्मनिर्भर हो सकें।
जिससे उन पर होने वाले अत्याचारों पर अंकुश लग सके। उन्होने कहा कि जब महिला आर्थिक रूप से मजबूत होगी तभी वह अपनी साथ होने वाले अन्याय से लड़ सकती है एवं उससे ऊभर सकती है।
उन्होने कहा कि तकनीकी प्रशिक्षण प्राप्त कर महिला अपने कार्य में कुशलता लाऐं ताकि अपने कार्यों को बड़े पैमाने पर कर सके। उन्होने कहा कि जब महिलाऐ बड़े पैमाने पर कार्य करेंगी तभी उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत हो सकेगी।
उन्होने कहा कि महिलाओं को सशक्त करने के के लिए केन्द्र व राज्य सरकार ने अनेक कानून बनाऐं है। उन कानूनों उचित ढंग से पालन करने की आवश्यकता है।
उन्होने कहा कि समाज में लड़का-लड़की में भेदभाव न करें, दोनो को एक समान दर्जा दें। उन्होने कहा कि माता-पिता अपनी बच्चों को अच्छी शिक्षा दें, एवं बच्चों से इस प्रकार का व्यवहार करें कि बच्चा अपने साथ होने वाली छोटी-बड़ी समस्याओं को आसानी से बता सकें, ताकि भविष्य में बच्चा कोई गलती न करें।
उन्होने कहा कि महिला जिस प्रकार से अपने घर को सम्भालती है, उसी प्रकार से समाज को भी सम्भालने का कार्य करें। उन्होने कहा कि समाज में दहेज, नशा आदि जैसी अनेक विकृतियों को दूर करने की आवश्यकता है।
आयोग की उपाध्यक्ष, सदस्य सचिव व अन्य वक्ताओं ने महिलाओं के अधिकार एवं महिला सशक्तिकरण पर विस्तृत रूप से प्रकाश डाला। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु खुराना, उपाध्यक्ष राज्य महिला आयोग श्रीमति शायरा बानों, सचिव राज्य महिला आयोग श्रीमति कामिनी गुप्ता, सयुंक्त मजिस्टेªट विशाल मिश्रा, मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ0 डी एस पंचपाल, मुख्य शिक्षा अधिकारी आरसी आर्या, जिला कार्यक्रम अधिकारी उदय प्रताप सिंह, जिला प्रोवेशन अधिकारी वर्षा, जिला समाज काल्याण अधिकारी किशोर कुमार, कविता बडोला, आशा, आंगनबाड़ी कार्यकर्तियां, विभिन्न एनजीओ के प्रतिनिधि, जनप्रतिनिधि व विभिन्न विभागांे के अधिकारी उपस्थित थे