प्रतापनगर: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जनपद के प्रतापनगर के सेम. मुखेम स्थित गड़वागीसौड़ मैदान में आयोजित सेमनागराजा त्रिवार्षिक मेला एवं जात्रा सेममुखेम में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री धामी ने सेमनागराजा को नमन करते हुए कहा कि जब से नरेन्द्र मोदी देश के प्रधानमंत्री बने है तब से भारत का पूरे विश्व में वर्चस्व बढ़ा है। आज पूरी दुनिया योग को स्वीकार करती है। इसका श्रेय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को ही जाता है। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारत की पूरी दुनिया में एक नई पहचान बन रही है।…
Year: 2021
मद्महेश्वर जी की उत्सव डोली के गद्दीस्थल पहुंचने से पूर्व,फूलों से सजाया गया ओंकारेश्वर मंदिर
देहरादून: उखीमठ स्थित पंचकेदार गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर को उत्सव डोली एवं देव निशानों के स्वागत हेतु देवस्थानम बोर्ड द्वारा फूलों से सजाया गया। देव डोलियों के स्वगत के लिए तोरण द्वार भी बनाए गये हैं। मेला समिति एवं प्रशासन हवाले से बताया गया कि कल गुरुवार को के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी मद्महेश्वर जी की डोली मंदिर दर्शन के लिए मेले में शामिल हो सकते हैं। इस अवसर पर स्थानीय विधायक मनोज रावत, पूर्व विधायक आशा नौटियाल, देवस्थानम बोर्ड के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी बी.डी. सिंह चंडी प्रसाद भट्ट,…
द्वितीय केदार मद्महेश्वर जी के कपाट शीतकाल के लिए हुए बंद
-भगवान मद्महेश्वर जी की उत्सव डोली ने गौंडार प्रस्थान किया। -23 नवंबर को रांसी,24 नवंबर को गिरिया पहुंचेगी उत्सव डोली। -25 नवंबर को मद्महेश्वर जी की उत्सल डोली पंचकेदार गद्दी स्थल ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ पहुंचेगी।-25 को पारंपरिक मद्महेश्वर मेले का आयोजन उखीमठ/ रूद्रप्रयाग: पंच केदारों में से विख्यात द्वितीय केदार भगवान मद्महेश्वर जी के कपाट शीतकाल हेतु आज सोमवार 22 नवंबर को प्रात: आठ बजे वृश्चिक लग्न में बंद हो हो गये। पुजारी शिव लिंग चपटा ने पूजा- अर्चना के बाद भगवान के स्वयंभू शिवलिंग को समाधि रूप देकर कपाट…
योग बदरी मंदिर पहुंची देवडोलियां
-आदि गुरु शंकराचार्य जी की गद्दी, श्री उद्धव जी श्री कुबेर जी के साथ रावल जी ने पांडुकेश्वर प्रस्थान किया। -20 नवंबर शायंकाल को श्री बदरीनाथ धाम के कपाट शीतकाल हेतु बंद हुए -कल 22 नवंबर को आदि गुरु शंकराचार्य जी की पवित्र गद्दी श्री नृसिंह बदरी मंदिर जोशीमठ में विराजमान होंगी। -योग बदरी पांडुकेश्वर एवं श्री नृसिंह बदरी में संपन्न होंगी परंपरागत रूप से शीतकालीन पूजाएं। -उत्तराखंड चारधामों में शीतकालीन पूजाएं शुरू। -पांच लाख से अधिक तीर्थयात्री पहुंचे चारधाम। -कल प्रात: द्वितीय केदार श्री मद्महेश्वर जी के कपाट शीतकाल…
आदि गुरु शंकराचार्य जी की गद्दी, श्री उद्धव जी श्री कुबेर जी के साथ रावल जी का पांडुकेश्वर प्रस्थान हुआ
देहरादून: श्री बदरीनाथ धाम 21 नवंबर आज प्रात:आदि गुरु शंकराचार्य जी की गद्दी, श्री उद्धव जी, श्री कुबेर जी की डोली पांडुकेश्वर/ जोशीमठ प्रस्थान किया। कल 20 नवंबर को श्री बदरीनाथ धाम के कपाट शीतकाल हेतु बंद हो गये। जबकि चारधामों में श्री केदारनाथ, श्री गंगोत्री, श्री यमुनोत्री धाम के कपाट पहले ही बंद हो गये। अब शीतकालीन गद्दी स्थलों में पूजा-अर्चना होंगी।
श्री बदरीनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए हुए बंद
-कपाट बंद होने के अवसर हेतु श्री बदरीनाथ धाम को भब्य रूप से फूलों से सजाया गया -सेना के बैंड की भक्तिमय धुनों तथा जय बदरीविशाल के जय घोष के साथ शीतकाल हेतु भगवान बदरीविशाल के कपाट बंद प्रदेश के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल ( अवकाश प्राप्त) गुरूमीत सिंह एवं मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने चारों धामों में तीर्थयात्रा के सफल संचालन पर प्रसन्नता जताई देश- विदेश के तीर्थयात्रियों को शुभकामनाएं दी।कहा कोरोनाकाल के बावजूद सफल रही चारधाम यात्रा।पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने चारधाम यात्रा के समापन पर बधाई दी…
सीएम धामी ने किया गंगा स्नान मेले का शुभारंभ
देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर खटीमा स्थित 22 पुल झनकईया में लगने वाले गंगा स्नान मेले का शुभारंभ किया तथा शारदा के गंगा घाट पर गंगा आरती की।इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि मेले हमारी कला एवं संस्कृति को संजो कर रखने का महत्वपूर्ण कार्य करते हैं उन्होंने कहा कि बचपन से ही मेले का लगाव रहा है, जिस कारण मैं कक्षा चार से ही 22 पुल झनकईया मेले में शामिल होता रहा हूं। उन्होंने कहा कि इस मेले से मेरा…
शीतकाल के लिए बदरीनाथ धाम में बंद हुआ वेद ऋचाओं का पाठ
श्री बदरीनाथ: शीतकालीन के लिए कपाट बंद होने से पूर्व शुक्रवार को भगवान बदरीविशाल जी की पंच पूजाओं के अंतर्गत आज मां लक्ष्मी जी की पूजा तथा उन्हें श्री बदरीनाथ मंदिर आने की प्रार्थना की गयी।रावल ईश्वरी प्रसाद नंबूदरी ने मां लक्ष्मी माता को स्त्रेण भेष में बुलावा भेजा। इससे पूर्कव कल 18 नवंबर को खडग पुस्तक पूजन हुआ तथा शीतकाल हेतु वेद ऋचाओं का पाठ बंद हुआ। उल्लेखनीय है कि विश्व प्रसिद्ध श्री बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने की प्रक्रिया के अंतर्गत पंच पूजाओं के पहले दिन 16…
20 नवंबर को शीतकाल हेतु बंद हो जायेंगे बदरीनाथ धाम के कपाट
-पांच लाख रिकार्ड तीर्थयात्री चारधाम पहुंचे-20 क्विंटल फूलों से सजाया गया बदरीनाथ मंदिर बदरीनाथ: श्री बदरीनाथ धाम के कपाट शीतकाल हेतु कल को बंद हो जायेंगे। इससे पूर्व आज शुक्रवार को 2768 तीर्थ यात्रियों ने बदरीनाथ धाम के दर्शन किये है। आज तक श्री बदरीनाथ पहुंचने वाले कुल तीर्थयात्रियों की संख्या 191106 रही। बदरीनाथ धाम से देवस्थानम बोर्ड के मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने बताया कि श्री केदारनाथ, श्री गंगोत्री, श्री यमुनोत्री धाम के कपाट शीतकाल हेतु बंद हो चुके है। श्री बदरीनाथ धाम के कपाट कल 20 नवंबर…
उत्तराखंड चारधाम यात्रा शीतकालीन कपाट बंद होने के बाद, पांडुकेश्वर में विराजमान होंगे श्री बदरीनाथ जी
देहरादून: शीतकालीन कपाट बंद होने से पूर्व बीस नवंबर तक बदरीनाथ यात्रा जारी है। रविवार सुबह से ही बड़ी संख्या में तीर्थयात्री बदरीनाथ धाम दर्शन को पहुंचे है। वहीं बदरीनाथ धाम के कपाट बीस नवंबर को शीतकाल हेतु बंद होंगे। देवस्थानम बोर्ड से मिली जानकारी के अनुसार कपाट बंद हो जाने के बाद 21 नवंबर को सुबह आदि गुरु शंकराचार्य की पवित्र गद्दी रावल जी सहित श्री उद्धव जी, श्री कुबेर जी योग .ध्यान बदरी पांडुकेश्वर पहुंचेंगे। जिसके पश्च्यात श्री उद्धव जी एवं श्री कुबेर जी योग .ध्यान बदरी पांडुकेश्वर…