मेयर गामा ने उनके ऊपर लगे सभी आरोपों का खण्डन कर किया पलटवार

देहरादून : देहरादून के मेयर सुनील उनियाल गामा ने उनके ऊपर लगे सभी आरोपों का खण्डन कर पलटवार किया है। मेयर गामा ने कहा की उनके जो  पुरानी सम्पतियों को बेचकर संपतिया बनाए जाने के जो लोग आरोप लगा रहे हैं वे सभी बेबुनियाद है और आरोप लगाने वालों का इतिहास भी चेक कर लो पता चल जाएगा तो दूध का दूध और पानी का पानी हो जायेगा।

गौरतलब है की मेयर सुनील उनियाल गामा के खिलाफ कुछ लोगों की ओर से सोशल मीडिया में चल रही खबरों ओर उनकी छवि को धूमिल करने को लेकर आज बुधवार को मेयर गामा ने मीडिया कर्मियों के समक्ष अपनी बात रखी। उन्होंने साफ कहा कि मेयर बनने से काफी साल पहले उन्होंने अपने व्यवसायिक कामों के चलते सम्पत्तियां जोड़ी और उन जमीमों के दाम बढ़ने के चलते सम्पतियों को बेचकर अपनी सम्पत्तियों का इजाफा किया। ऐसे कुछ लोग मेरी सम्पतियों को लेकर सवाल खड़े कर हैं। इसलिए वे बेबुनियाद है।

नगर निगम के हॉल में हुई पत्रकारवार्ता में मेयर सुनील उनियाल गामा ने बताया कि 18 साल की उम्र से में छोटे-छोटे काम करता रहा हूँ। मेयर बनने से पहले मैंने कई काम किए। जिसमें यंग उम्र में मेने पान की दुकान खोली। फिर मेने फ़ास्ट फ़ूड की दुकान खोली। लकड़ी के व्यवसाय से जुड़ा काम भी मैंने किया। ये ही नहीं वीडियो और फोटोग्राफी भी की। इसके अलावा विभागों में ठेकेदारी तक की। वहीं प्रॉपर्टी का काम भी किया। ऐसे में कई सालों की मेहनत के बाद साल 2012 में सम्पत्तियां ली। चुनाव के चलते विभागों में ठेकेदारी के सभी लाइसेंस मैने रद्द करा दिए। उन्होंने बताया कि मेयर के चुनाव से पहले मेरी संपत्ति दो से ढाई करोड़ के बीच थी। अब कुछ लोग मेरी सम्पति 20 करोड़ दिखा रहे। ये निराधार है। मेयर गामा जी ने बताया कि मेने अपने प्लाट बेचे। उन प्लाट की बिक्री के बाद मेरे संपत्ति बड़ी। इसका सीधा कारण ये है कि सरकार अच्छा काम कर रही है। विकास हो रहा है। आज जमीनों का दाम बढ़ रहा है। इसलिए सम्पतियों बेचने से मेरी संपत्तियों का इजाफा हुआ। केवल प्लाट बेचकर मेरी मेरी संपत्ति नहीं बड़ी। बाकी औरों ने भी अपनी संपत्ति बेची होंगी तो उनकी उनकी संपत्ति में भी इजाफा हुआ होगा। कारण केवल रेट मेरे लिए नहीं बड़े हैं। मेयर गामा जी ने एक सवाल के जवाब में बताता कि 2012 में मैने महन्त जी को आवेदन किया। दुकान बनाने के लिए किराए में दे दो। उन्होंने किराये में दी। ऐसा नहीं में मेने दुकान किराय में ली है। शहरों में कई जगह महन्त की जमीनों में किराये में लोग है। वहीं एक और सवाल का जवाब देते हुए मेयर गामा जी ने कहा कि महंत इंद्रेश अस्प्ताल का हाउस टैक्स माफ नहीं है। हाउस टैक्स टैक्स जमा करने के लिए महंत प्रशासन को नोटिस भेजे जा रहे हैं। लगातार नोटिस दिए जा रहे है। वहीं मेयर गामा ने एक और सवाल का जवाब देते हुए कहा कि कुछ लोग बोलते है कि महन्त की जमीन में उनका पेट्रोल पंप है। मेरा कोई भी पेट्रोल पंप नहीं है। कोई भी जांच कर सकता है। मेयर गामा ने कहा कि में इनकम टैक्स भरता हूँ। तभी तो सम्पति है। कोई भी बेनामी संपत्ति नहीं है। मोदी सरकार और उत्तराखंड सरकार अच्छा काम कर रही है। इसलिए भाजपा राज में कोई घोटाला नहीं हुआ है। इसलिए ये बात विपक्षी मित्र को हजम नहीं हो रही है। उन्होंने बताया कि एक करोड़ 25 लाख का लोन भी मेरे ऊपर है। वहीं मेरी बेटी लंदन में जॉब कर रही है। मेरा बेटा बिजनिश कर रहा है। मेरी पत्नी जॉब कर रही है। तो क्या मेरे में सम्पति नहीं होगी। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने कहा कि आप प्रेस करो और अपना पक्ष रखो। मेरे खिलाफ जो कर रहे है। उनका इतिहास निकाल लो। पता चल जाएगा। मैने पुरानी सम्पतिया बेचकर नई सम्पतिया बनाई है। मेयर गामा ने साफ कर दिया कि जब तक में हूँ तो निगम की किसी भी सम्पति में कब्जा नहीं होने दूंगा।

Related posts