रुद्रप्रयाग। अप्रैल का महीना शुरू होने के बाद भी उत्तराखंड से ठंड जाने का नाम नहीं ले रही है। बीते तीन दिनों से केदारनाथ धाम बर्फबारी का सिलसिला जारी है। जिसके चलते बर्फ साफ करने में जुटे मजदूरों के सामने भी चुनौतियां खड़ी हो गई हैं।
हिमालयी क्षेत्रों में ग्लोवल वार्मिंग के बाद आए परिवर्तन के कारण केदारनाथ धाम में समय से बर्फबारी नहीं हो रही है, जहां जनवरी और फरवरी माह में बर्फबारी होनी चाहिए थी, वहीं मार्च माह शुरुआत और अब अप्रैल शुरुआत में बर्फबारी होने से जिला प्रशासन के सामने चुनौतियों का पहाड़ खड़ा हो गया है।
मार्च माह के शुरुआती सप्ताह में केदारनाथ धाम सहित पैदल मार्ग पर तेज बर्फबारी के कारण बड़े-बड़े ग्लेशियर बन गए थे। करीब 18 किमी पैदलमार्ग के 12 किमी तक बर्फ जमी हुई थी, जिसे साफ करते हुए 95 मजदूर अब केदारनाथ धाम पहुंच चुके हैं। दो दिन पहले मजदूर हेलीपैड तक बर्फ साफ कर चुके थे, मगर अब मजदूरों ने मंदिर मार्ग से भी बर्फ सफाई का कार्य लगभग पूरा कर लिया है, लेकिन केदारनाथ धाम में लगातार तीन दिनों हो रही बर्फबारी मजदूरों की सारी मेहनत पर पानी फेरने का काम कर रही है।
तीन दिनों से लगातार हो रही बर्फबारी के कारण केदारनाथ धाम में ताजा बर्फ जम गई है, जिसे साफ करने में मजदूरों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। मजदूरों को बर्फबारी के बीच ही काम करना पड़ रहा है। अधिशासी अभियंता डीडीएमए विनय झिंक्वाण ने बताया कि केदारनाथ धाम में तीन दिनों से बर्फबारी जारी है। हालांकि बर्फबारी हल्की हो रही है, जिस कारण ज्यादा दिक्कतें नहीं हो रही हैं। यदि मौसम इसी तरह आगे भी रहा तो दिक्कतें हो सकती हैं।