देहरादून। पुलिस ने मोबाइल लूट की घटना का खुलासा करते हुए तीन शातिर चोरों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से लूटा गया मोबाइल बरामद कर लिया। पुलिस ने तीनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उनको न्यायालय में पेश किया जहां से उनको न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार यशवंत सिंह रावत निवासी गली नंबर 3, बीस बीघा ऋषिकेश के द्वारा कोतवाली ऋषिकेश में मुकदमा दर्ज कराते हुए बताया कि 15 मई की रात्रि लगभग सवा दस बजे उनका छोटा बेटा अभिषेक रावत अपनी दुकान से घर जा रहा था, थोड़ी दूर पर हाई कोर्ट गेस्ट हाउस के सामने एक सफेद रंग की स्विफ्ट कार में बैठे लोगों के द्वारा उनके बेटे से उसका ओप्पो कंपनी का मोबाइल फोन लूट कर फरार हो गए, जिन्हें उनके बेटे द्वारा रोकने की कोशिश की गयी, जिसमें उनका बेटा घायल हो गया है। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी। घटना के खुलासे के लिए एक टीम का गठन किया गया। गठित टीम द्वारा घटनास्थल का निरीक्षण करते हुए महत्वपूर्ण जानकारियां एकत्रित की गई तथा घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी फुटेजों को चैक किया गया। पुलिस द्वारा किये गये प्रयासो से 17 मई को घटना में शामिल तीन लोगों को वीरभद्र मंदिर के पास से गिरफ्तार किया गया है। उनके कब्जे से लूटा गया मोबाइल फोन एवं घटना में प्रयुक्त स्विफ्ट डिजायर कार बरामद की गई। तीनों आरोपी नशे के आदी हैं, नशे की पूर्ति के लिए उनके द्वारा घटना को अंजाम दिया गया,तीनों आरोपियों के विरुद्ध पूर्व में भी चोरी, वाहन चोरी, चेन स्नेचिंग, आर्म्स एक्ट जैसे संगीन अपराधों के कई अभियोग पंजीकृत है, जिनमे पूर्व में जेल जा चुके हैं। पूछताछ में उन्होंने अपने नाम शुभम पुत्र गोविंद चंद, निवासी कृष्ण नगर कॉलोनी, आईडीपीएल, ऋषिकेश, विवेक शर्मा पुत्र ज्योति शर्मा, निवासी कृष्ण नगर कॉलोनी आईडीपीएल, ऋषिकेश, चंद्रशेखर पुत्र मदन लाल, निवासी कृष्ण नगर कॉलोनी आईडीपीएल, ऋषिकेश बताये। उन्होंने पुलिस को बताया कि वह तीनो नशे के आदि है, घटना वाले दिन भी तीनो ने नशा किया हुआ था तथा नशे की पूर्ति के लिये तीनो ने राह चलते व्यक्तियो से मोबाइल फोन लूटकर उसे बेचने की योजना बनायी थी, घटना वाले दिन शुभम स्विफ्ट डिजायर कार लेकर आया, तीनो उसमें बैठकर कृष्णा नगर कॉलोनी से वीरभद्र रोड पर चल दिए, फिर हाईकोर्ट गेस्ट हाउस के पास से एक राह चलते लड़के से फोन करने के बहाने मोबाइल फोन लूटकर भाग गए थे तथा आज उस मोबाइल को अपने नशे की पूर्ति के लिये बेचने की फिराक में थे। पुलिस ने तीनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उनको न्यायालय में पेश किया जहां से उनको न्यायिक हिरासत मे जेल भेज दिया।