हरिद्वार। अनुशासन जिम्मेदारी और लक्ष्य के प्रति समर्पण ही युवाओं को एक जिम्मेदार नागरिक बनाता है यदि युवा लक्ष्य विहीन होगा तो हमारा देश और समाज दोनों प्रभावित होंगे यह बात बीएचएल के स्वर्ण जयंती हॉल में एमबी द्वारा संचालित विभिन्न विद्यालयों के विद्यार्थियों के लिए आयोजित लक्ष्य प्राप्ति जागरूकता कार्यक्रम में दिल्ली से आए पीएफ कमिश्नर रिजवान उद्दीन ने बतौर मुख्य वक्ता कहीं।
उन्होंने विद्यार्थियों से अपने जीवन के अनुभव शेयर करते हुए जीवन में अनुशासन के साथ लक्ष्य भेदने के लिए लगातार मेहनत पर जोर दिया और कहा कि हमारा युवा देश की धड़कन है, उनका लक्ष्य निर्धारण ही उनके भविष्य का निर्धारण करता है। अनुशासन जिम्मेदारी और लक्ष्य के प्रति समर्पण ही उनको एक सही युवा बनाने में मददगार सिद्ध होगा।
श्री रिजवान उद्दीन ने कहा कि जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए सबसे पहले लक्ष्य का निर्धारण करें और फिर उसे पाने के लिए अपने अंदर जुनून पैदा करें। कठिन परिश्रम और नियमित दिनचर्या से ही एक दिन उस लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है। उन्होंने पर्यावरण, शिक्षा, स्वास्थ्य, सुरक्षा और सफलता के विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करते हुए विद्यार्थियों को सफलता के लिए कई टिप्स भी दिए और कहा की जिंदगी में असफलता से घबराना नहीं है जो बनना है आप तय करें और उसी के अनुरूप तैयारी करें।
ईएमबी के चेयरमैन आर आर शर्मा ने विद्यार्थियों को भविष्य के प्रति जागरूक होकर अपना लक्ष्य निर्धारित करने को कहा। उन्होंने इस आयोजन के लिए ईएमबी को शुभकामनाएं दी। अपने स्वागत संबोधन में एमबी के सचिव विनीत जैन ने लक्ष्य प्राप्ति के जागरूकता कार्यक्रम को ईएमबी के इतिहास में महत्वपूर्ण अवसर बताया। बड़ी संख्या में शिक्षक शिक्षिका उपस्थित थे।कार्यक्रम का संचालन ईरा गुप्ता ने किया।