देहरादून: राज्य के पूर्व विधानसभा अध्यक्ष व कांग्रेस नेता गोविंद सिंह कुंजवाल पर विधानसभा में रिश्तेदारी के नाम पर भर्तिया कराने का आरोप लगा था I जिसके बाद उन्होंने इसे सही बताया था I लेकिन अब कुंजवाल ने अपनी ही बात से पलटी मारते हुए गलती स्वीकार की है I साथ ही जनता से माफी भी मांगी है I
बुधवार को कुंजवाल ने अपने एक बयान में कहा कि अपने बच्चों को विधानसभा में नौकरी देना नैतिक रूप से गलत था। उन्होंने माना कि उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए था। उन्होंने कहा कि वो इसके लिए प्रदेश की जनता से माफी मांगने को भी तैयार हैं। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि, जनता उन्हें पहले ही इसकी सजा दे चुकी है।
साथ ही कुंजवाल का कहना है कि नौकरी देने का काम सिर्फ उन्होंने नहीं किया। उन्होंने दावा किया कि महाराष्ट्र के राज्यपाल और उत्तराखंड के पूर्व सीएम भगत सिंह कोश्यारी की भतीजी को भी विधानसभा में नियुक्ति दी गई थी। ऐसे में केवल उन्हीं पर सवाल क्यों उठाए जा रहे हैं।
बकौल कुंजवाल-मेरे कार्यकाल में विधानसभा में हुई 150 से अधिक लोगों की बैकडोर नियुक्तियों पर अब सवाल उठाना ठीक नहीं है, उन नियुक्तियों को सुप्रीम कोर्ट से क्लीन चिट मिल चुकी है। ऐेसे में उन भर्तियों पर सवाल खड़े करना, सुप्रीम कोर्ट की अवहेलना भी है। उन्होंने कहा कि यह सही है कि नैतिक रूप से मुझे अपने बच्चों को विधानसभा में नहीं लगाना चाहिए था। लेकिन मैं भी राज्य का आम नागरिक हूं और मेरे बेटे जिस पद पर हैं उससे अधिक योग्यता रखते हैं। ऐसे में अब इन भर्तियों पर सवाल नहीं उठाया जाना चाहिए।