चमोली। भारी बारिश के बाद बदरीनाथ धाम में अलकनंदा का जलस्तर बहुत ज्यादा बढ़ गया है। बदरीनाथ धाम में मास्टर प्लान के कार्यों के लिए बनाया गया वैकल्पिक मार्ग भी बाढ़ में बह गया है। इस कारण रिवर फ्रंट का कार्य बंद हो गया है। बाढ़ में कंपनी की मशीनें भी फंसी हुई हैं। अब कार्यदायी संस्था के पास कार्य शुरू करने के लिए वैकल्पिक मार्ग बनाने का रास्ता ही बचा है, जिस पर काम चल रहा है। अलकनंदा नदी में आई बाढ़ का आलम ये है कि श्रद्धालु जिस तप्तकुंड में स्नान करते हैं, उसे श्रद्धालुओं से खाली करा दिया गया है। अलकनंदा का पानी तप्तकुंड तक न पहुंच जाए, इसलिए एहतियातन ये कदम उठाया गया है। देर रात तक बदरीनाथ धाम में लगातार माइक से अनाउंस किया जा रहा है कि कोई भी नदी किनारे न जाए।
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